God is real ???
भगवान क्या है कल्पना या सच हकीकत तो मैं भी नहीं जानता पर मेरा मानना है कि भगवान नहीं है पर पर उनको मानना बहुत ज्यादा जरूरी है क्योंकि इंसान के ऊपर किसी ने किसी का होना जरूरी है वरना इंसान खुद को भगवान मान लेगा इसलिए बहुत समय पहले कुछ समझदार और चुनिंदा लोगों ने भगवान की कल्पना रची और कल्पना को हकीकत में बदलने के लिए बहुत सी कहानियां रची और उन्हें वास्तविकता जैसा दिखाने के लिए बहुत से तत्वों के साथ जोड़ा गया बहुत सी जगहों के साथ जोड़ा गया कुछ कहानी में डर का जिक्र किया गया ताकि बहुत अच्छे और बुरे में फर्क कर सके और कुछ तो भगवान ना समझे या सर्वे सर्वा ना समझे भगवान की कल्पना का निर्माण होने में बहुत समय लगा बहुत से लोगों ने इसे रचा
और यह अच्छा है और जरूरी भी सबके लिए तो इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि है या नहीं है पर किस बात से पड़ता है कि हम मानते हैं या नहीं शायद यही कारण है कि इस दुनिया में आज बहुत सारे भगवान अलग-अलग जगह अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग भगवान है क्योंकि यह कल्पना से बने हैं और इनका निर्माण कल्पना द्वारा हुआ है लोगों की कल्पनाएं अलग अलग होती है इसलिए लोगों ने अपनी अलग अलग कल्पना के हिसाब से अलग अलग भगवान का निर्माण किया और जिन अवशेषों से उनके होने का प्रमाण मानते हैं दरअसल उन अवशेषों से ही उनकी रचना की गई थी इसलिए आज हम उन्हें सत्य मानते हैं
और इन सब बातों के लिए प्रमाण सबसे बड़ा यही है कि किसी धर्म में किसी भगवान के लिए मूर्ति पूजा अच्छी है और किसी के लिए अमान्य है किसी के लिए कोई रंग शुभ है और किसी के लिए कोई रंग अशुभ है हर धर्म के हिसाब से नियम अलग हैं क्योंकि धर्म लोगों ने अपनी सोच से बनाया है और हर किसी की सोच अलग होती है और यही कारण है धर्म में आज समानता है अगर धर्म भगवान के द्वारा बनाए जाते सारे धर्म एक होते हैं एक जैसे नियम होते हैं एक जैसे तरीके होते
और यह अच्छा है और जरूरी भी सबके लिए तो इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि है या नहीं है पर किस बात से पड़ता है कि हम मानते हैं या नहीं शायद यही कारण है कि इस दुनिया में आज बहुत सारे भगवान अलग-अलग जगह अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग भगवान है क्योंकि यह कल्पना से बने हैं और इनका निर्माण कल्पना द्वारा हुआ है लोगों की कल्पनाएं अलग अलग होती है इसलिए लोगों ने अपनी अलग अलग कल्पना के हिसाब से अलग अलग भगवान का निर्माण किया और जिन अवशेषों से उनके होने का प्रमाण मानते हैं दरअसल उन अवशेषों से ही उनकी रचना की गई थी इसलिए आज हम उन्हें सत्य मानते हैं
और इन सब बातों के लिए प्रमाण सबसे बड़ा यही है कि किसी धर्म में किसी भगवान के लिए मूर्ति पूजा अच्छी है और किसी के लिए अमान्य है किसी के लिए कोई रंग शुभ है और किसी के लिए कोई रंग अशुभ है हर धर्म के हिसाब से नियम अलग हैं क्योंकि धर्म लोगों ने अपनी सोच से बनाया है और हर किसी की सोच अलग होती है और यही कारण है धर्म में आज समानता है अगर धर्म भगवान के द्वारा बनाए जाते सारे धर्म एक होते हैं एक जैसे नियम होते हैं एक जैसे तरीके होते
Correct rajkumar ji
You are right Baba
Very Good