खुशी क्या है ? कैसे मिलती है खुशी? आपकी क्या राय है ?

"खुश है यह दिल  ना जाने क्यों चेहरे पर मुस्कुराहट है
 पास तो कुछ भी नहीं लेकिन पास होने की आहट है"



आज की दुनिया में बहुत सारे लोग हैं सारे लोगों की सोच अलग होती है  हर किसी के लिए अलग-अलग मतलब होता है सच में खुशी क्या हो सकती है हम लोगों ने  नकली दुनिया बना रखी है जहां सब कुछ नकली है और ऐसे ही हमने एक नकली खुशी बना रखी है  


 नकली होने की बुराई यही है कि वह ज्यादा दिन टिक  नहीं  पाती है  और यही बजह है आज हर कोई बहुत छोटे से समय के लिए खुश होता और फिर दुखी क्योंकि हम इस आर्टिफिशियल दुनिया में रहते हैं जहां सबकुछ सिर्फ इसलिए बना है  दिखावट के लिए

 पर वास्तविकता में खुशी हमारे बचपन में हम देश दुनिया से दूर होते हैं

 एक पौधा लगाओ  उस पौधे पर जब पहला फूल आता है उसको देख कर जो खुशी मिलती है

 या फिर जब हम किसी ऐसी की मदद करते हैं उसको उसकी जरूरत और तव वो हो मुस्कुरा कर देखता है


दुनिया को उसके वास्तविक रूप में देखो उसकी हरी वादियां नदियां पहाड़  वही असली में वास्तविक खुशी है

on Tuesday, 22 October 2019 | | A comment?

महान कौन है राम या रावण ? नायक या खलनायक ?

राम का चरित्र महान  है सीखने के लिए बहुत कुछ है  पर क्या रावण सीखने के लिए कुछ नहीं है   या फिर राम  से ज्यादा महान  रावण है

 किसी भी मूवी में लीड रोल हीरो का करने के लिए कोई भी तैयार होता है  नेगेटिव रोल करने के लिए कोई जल्दी तैयार नहीं होता ऐसी कोई भी बड़ा सुपरस्टार शाहरुख खान सलमान खान लीड रोल बतौर हीरो करते हैं नेगेटिव रोल के लिए नहीं  मूवी में दोनों  की आवश्यकता होती है अपनी छवि बिगाड़ कर  नकारात्मक किरदार को चुनता है  क्या वह महान नहीं हुआ

 ठीक है ऐसे ही रामायण में राम का चरित्र अच्छा है रावण अपना चरित्र चुनाव किया नकारात्मक किरदार के लिए ताकि हम कुछ सीख सकें  रामायण का मतलब यही है आपको कुछ सिखाया जा सके रावण तो सब कुछ खोया  सब जानता था  यह सब किस का अंत कैसे होगा   और यहां तक की उसे अपनी छवि भी  खोनी पड़ी

क्या ऐसे इंसान का महान पुरुष नहीं कहेंगे तो सब कुछ जान कर फिर भी दूसरों को सीख देने के लिए सब कुछ   त्याग कर दे और यह सब उसने किया क्यो हम सबके लिए 

  तो महानता महान बने रहने  मैं नहीं दूसरों को बनाने में

on Monday, 21 October 2019 | | 2 comments

कौन है एलियन ? कहां से आते हैं यह ?? कहां रहते हैं ??? कैसे दिखते हैं यह ????

एलियन एक ऐसा शब्द जिसे देख कर  यह सुनकर   अजीब से चित्र अक्सर मूवी में दिखाए जाते हैं वही याद आते हैं असल में यह कैसे होते हैं कहां रहते हैं कहां से आते हैं यह

 एलियन की कोई सही तस्वीर अभी तक नहीं मिली पर मैं कुछ समझा सकता हूं किस तरह के होते हैं

 सोचो कि हमने अपने ग्रह पृथ्वी को पूरी तरह से इस्तेमाल कर लिया धरती पर कुछ भी नहीं है सा बचा जिसके सहारे हम जी सकें और हमें इस धरती को छोड़ना है  हमारे कुछ वैज्ञानिकों को पृथ्वी जैसा ग्रह मिल गया जहां हम जा सकते हैं और अलग-अलग देशों के लोग   अपना एक-एक  समूह ग्रह पर भेजते हैं  उस ग्रह पर भी हमारे महाद्वीप जैसे कुछ महाद्वीप है  तुम्हारे भेजे हुए समूह अलग-अलग महाद्वीपों पर उतरते हैं  हर एक समूह में 10 से 12 लोग की संख्या है इस दौरान पृथ्वी और उसके सारे लोग नष्ट हो जाता है

  जो लोग दूसरे ग्रह पर पहुंचे हैं बस वही बचे ऐसे ग्रह पर जहां कुछ भी नहीं है अब उन्हें फिर से शून्य से शुरुआत करनी है और वह करते हैं कई लाख साल बाद बदलाव करते करते  जिस स्थिति में हम हैं  वहीं आ जाते हैं अब इस स्थिति में सारे लोग जिनकी संख्या कई करोड़ों में हो गई है उनके लिए  वो 12 लोगों का समूह  भगवान बन चुका या कुछ लोगों ने एलियन मानते हैं क्योंकि समय बहुत ज्यादा बीत चुका है असली हकीकत नहीं जानते सारे समूह अलग-अलग महाद्वीपों  उतरे थे उनके ऊपर ही अलग-अलग धर्म बन गए उनमें से कुछ लोग चीनी कहलाते हैं कुछ भारतीय कुछ अमेरिकन कुछ अफ्रीकन कुछ रशियन

on Friday, 18 October 2019 | | A comment?

पतंग या एयरप्लेन कैसे उड़ता है ? क्या सामान्य इंसान इस विज्ञान को समझ सकता है ??


सामान्य व्यक्ति  ईस विज्ञान को समझ सकता है मेरा कहना है  हां

 पतंग और एक प्लेन एक ही तरह से कार्य करते हैं थोड़ा बहुत फर्क होता है उनके कार्य करने के सिद्धांत एक पतंग इस तरह बनाई जाती है कि उसका नीचे वाला हिस्सा भारी ऊपर नोक वाला हिस्सा हल्का की पतंग हमेशा ऊपर  रहे  जब हम उसे  धागे से बांधते हैं तो ऊपरी वाले हिस्से का धागा थोड़ा छोटा रखते हैं नीचे वाले की तुलना में हम धागा अपनी ओर खींचते हैं  तब पतंग की ऊपरी    नोक   पर ज्यादा बल लगता है  अपनी ओर बढ़ती हुई ऊपर की ओर बढ़ती है और इसी तरह पतंग उड़ती है 

 और किसी तरह हवाई जहाज भी उड़ता है बस फर्क इतना होता है उसमें धागे की जगह बड़ी बड़ी टरबाइन लगी होती है जो आगे  की हवा  पीछे की ओर     फेंक देती है अरे हवाई जहाज आगे बढ़ जाता है बस इतना ही आसान है

How to rank website? How to get more page View??

वेबसाइट को कैसे  रैंक कराएं  क्या कोई शॉर्टकट तरीका सच में है या नहीं वैसे शॉर्टकट तरीका तो बहुत सारे हैं मैं थोड़ा सा खर्चा करके एडवरटाइजिंग करके भी रैंक कराया जा सकता है सच में फायदेमंद होगा मुझे लगता है नहीं

 क्योंकि उसी तरह काम करता है जिस तरह हम अपने अच्छे वस्त्र पहन कर खुद को अच्छा दिखा तो सकते हैं और बना नहीं सकते लोग हमें एक बार देख कर पसंद तो करेंगे पर हमारे पास आते ही असल में क्या है जान जाएंगे अब दोबारा कभी नहीं आएंगे  आप ऐसे लोगों चाहते हैं जो आपको सिर्फ एक बार देख कर गायब हो जाए सच में आप के साथ जुड़े रहें मुझे लगता है आपको सच्चे लोग पसंद है

आप जो कंटेंट लिखें उसको अच्छा लिखें जो सबको पसंद आए आप किसी एक व्यक्ति विशेष ध्यान में रखकर लिखें मेरे पास तो बहुत बड़ा एक्सपीरियंस तो नहीं है और अगर मेरी बात आपको पसंद है  तो ठीक और नहीं है तो भी  ठीक

दुनिया में सबसे ज्यादा खुश कौन है ? कौन है वह व्यक्ति जिसे कोई समस्या नहीं ह ै??



क्या यह संभव है कि दुनिया में कोई ऐसे लोग भी हैं जो परेशान नहीं होते जो  सुखी रहते हैं किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होती

 दरअसल मैं कहूं तो हां और इन लोगों की गिनती बहुत कम है बहुत ही चुनिंदा लोग होते हैं यह मैं ऋषि-मुनियों की बात नहीं कर रहा हिंदी में कुछ अपनी समस्याएं होती हैं कुछ ना कुछ तो परेशानी उनके पास ही होती हैं पर जिनकी बात मैं कर रहा हूं उनके पास किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होती

 और बो लोग कहलाते हैं पागल और उनका पता होता है पागल खाना आप सोच रहे होंगे कैसे बहुत साधारण सी बात है उनके पास समस्या की जड़ नहीं होती जड़ से मतलब है दिमाग दिमागी असली समस्या की जड़ है सर मैं यह नहीं कहता कि आप पागल हो जाइए बस यह कहना चाह रहा हूं कि आप इसे काबू कर सकते हैं

 कितनी अजीब बात है चिंता कितनी बेवफा होती है दिमाग से उत्पन्न होती है दिमाग में ही  बढ़ती है रहती भी नहीं है और अंत में दिमाग को ही नष्ट कर देती है फिर भी हम इसे अपने सर पर चढ़ा कर रखते हैं

गुप्तांग गुप्त क्यों होते हैं ?? क्या है इसके पीछे की असली वजह ??

गुप्तांग  गुप्त क्यों होते हैं ??  क्या है इसके पीछे की असली वजह ?? 


गुप्तांग टॉपिक जिस पर कोई बात नहीं करना चाहता   उनको बहुत रहस्यमई तरीके से पेश किया जाता है जबकि यह तो बाकी अंगों की तरह ही अंग होते हैं शरीर के तो फिर ने क्यों अलग महत्व दिया जाता है  आप से नहीं है बहुत समय पहले से ही है शायद इसके पीछे कुछ खास बजाएं

 अब से 200000 से 300000 साल पहले जब स्टोन एज करम हुआ ही था तब हमारे दुनिया में कुछ  नई चीजों का विकास हो रहा था जैसे की आग और साथ ही इंसान के शरीर पर कुछ विकास हो रहे थे जैसे कि पहले चार पैरों से चलता था इंसान पर अब दो पैरों पर धीरे-धीरे चलने लगा था उसके शरीर में भी बदलाव हो रहा था और साथ ही उसके शरीर से बालों की की भी कमी और यदि सारे बाल उसके धीरे धीरे कम हो रहे थे शरीर से शायरी उन्हीं दिनों की बात होगी जब इंसान अपने अपशिष्ट को त्याग कर अपने खुदा से को हाथ से साफ करना नहीं जानता था कि किस के नाखून बहुत बड़े और नुकीले हुआ करते थे तब शायद उन्हें  मक्खियां उड़ने वाले जीव कुछ कीड़े मकोड़े परेशान करते होंगे तो शायद उन्होंने अपनी गुदा को ढकने के लिए पत्तों का इस्तेमाल लिया और उसके बाद में उसने उसकी जगह जीव जंतुओं की खाल का इस्तेमाल किया

 और यही वजह थी कि  गुप्त अंग बाकी सारे अंगों से अलग प्रदर्शित हुए और उनको लेकर एक अलग ही सोच बन गई है सारी दुनिया में सामान्य  पर वर्तमान तक आते-आते  इसे सम्मान इज्जत से जोड़ दिया गया इस लिए एक अलग ही तरीका बन गया  वजह से हटकर वास्तविकता से परे

on Thursday, 17 October 2019 | | 1 comment