Means of Love

Love is the One quality of the soul.  Just like the senses in the human body that help us define things, in the same way that defines love feelings, it has no relation with the body in any way. It is a quality of the soul.


Love is the one that makes a difference between the living and the non-living. There is a feeling of love in living things, whether it is human or animal.

Love is unconditional, there are no rules for it, because rules are made by humans and love is a quality of the soul.

Can there be types of love?
   No, in reality, there cannot be any type of love, it is the same for everyone, we belong to the relationship created by the body, we understand that there are types of love, such as sister's love for brother.  The love of the soldier towards his country or the love of the farmer towards his field, we think of them all differently, but it is not so that we have defined the relationship, but the feeling which is between them  The same love

Power of love

   There is power in love that forgets even the feeling of death. A soldier is ready to face death for the love of the country.

  there is a power in love that you understand the language of animals and also understand your own pet when she is hungry.

 By the power of love, the seeds sprout and form the tree.

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Some of our misconceptions about love

  We often make a mistake in using the senses of the body to test love when love does not exist with the body, how can you recognize
    We try to find out about love by looking through the eyes and listening through the ears. Misunderstandings sit

Why no one can control love

   Because we often try to subdue love in a physical way and what we know is that love has no relation with the body, then how can the body be controlled again, we often use the mind thinking that  By using the mind, we can overcome our love but it does not happen


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on Sunday 3 November 2019 | | A comment?

How to use Digilocker, how get online ppo no, save all documents in real access

The Standard Operating Procedure is as follows:
Users can download the DigiLocker mobile app from the Google Play Store or visit website
https://digilocker.gov.in
Prerequisites:
 Citizens with Aadhaar number will be able to access EPFO Issued PPO document through DigiLocker
 Kindly ensure that your current mobile number is registered with Aadhaar number. This will be used
to complete eKYC OTP
 You can update your mobile number in Aadhaar by visiting any UIDAI centre
For website
Step 1: Visit https://digilocker.gov.in
Sign up
Step 1: Click on ‘Sign Up (in case you already have an account, go directly to Sign in)
Step 2: Enter mobile number and then enter OTP received (this mobile number need not be
linked to Aadhaar). Click “Verify” to confirm the OTP
Step 3: Enter any username and password to create an account
Step 4: Enter your Aadhaar Number
 Enter your unique 12 digit Aadhaar number

Use Aadhaar Registered Mobile Number – Select ‘Use OTP’
 OTP received on your Aadhaar registered mobile needs to be entered on the screen
 Click on Verify button
 After validation of OTP, the application will prompt the user to create ‘Username’ and
‘Password’.
 After successful account creation, the application will show the ‘Dashboard’ page
Sign in
Step 1: Click on ‘Sign In’
 Click on Sign In at the top of the page
Step 2: Enter User Details
 User name and Password provided during account creation
Mobile App
Step 1: Download DigiLocker mobile app (by NeGD, MeitY) on Android or iOS
Step 2: Enter mobile number and enter OTP received to verify
Step 3: Enter username and password to create an account
Step 4: You will be prompted to link Aadhaar number.
Enter your 12 digit Aadhaar number there and click “Continue”
Enter OTP received and click “Continue” again
Step 5: After successful account creation, the application will show the ‘Dashboard’ page
Viewing Issued Documents:
 After login into Digital Locker account, click on Issued Documents to view all issued certificates
 Users will be able to view URI of the documents shared with him/her by registered issuers
 Clicking on URI will fetch the actual document directly from issuer database/file system.
 If not displayed , Press “Get More Now” on website or “Search your issued documents” in
mobile app
 Under Search Document [search for Employees Provident Fund Organization]
 Press the down arrow

[Pension Certificate will appear]
Give the PPO No (Example GRVSP0081010)
Give Last 4 Digits of Bank Account
Click the box providing consent to Digilocker to share Aadhaar Number,Name,Date of Birth with
the issuer for the purpose of fetching the Pension Certificate into DigiLocker
Press Get Document
The Pension Payment Order will be displayed provided the Date of Birth, Last 4 Digits of Bank
Account matches with the Aadhaar vis a vis the Pension Record.
The Sample Screens at DigiLocker App are shown below:

Creat a new account 

on Saturday 2 November 2019 | | A comment?

ESIC detail, ESIC card benifit, ESIC eligibility

कर्मचारी राज्य बीमा भारतीय श्रमिकों के लिए एक स्व-वित्तपोषण सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य बीमा योजना है।


ईएसआईसी पंजीकरण के क्या लाभ हैं?
 इस योजना के तहत पंजीकरण के लाभ विविध हैं।  उनमें से कुछ हैं:

 1. किसी भी प्रमाणित बीमारी के प्रमाणित होने पर 70% की दर पर (वेतन के रूप में), जो किसी भी वर्ष में अधिकतम 91 दिनों तक रहता है,

 2. एक कर्मचारी और उसके परिवार के सदस्यों को चिकित्सा लाभ

 3. उन महिलाओं को मातृत्व लाभ जो गर्भवती हैं (भुगतान किए गए पत्ते)

 4. यदि कर्मचारी की मृत्यु काम पर होते समय होती है - तो कर्मचारी की मृत्यु के बाद हर महीने उसके आश्रितों को 90% वेतन दिया जाता है

 5. कर्मचारी की विकलांगता के मामले में ऊपर के समान

 6. अंत्येष्टि का खर्च

 7. वृद्धावस्था देखभाल चिकित्सा व्यय



ईएसआई योगदान
 ईएसआई का योगदान नियोक्ता द्वारा उन कर्मचारियों के लिए किया जाना चाहिए जिनका वेतन रु। 2,1,000 से कम है।  नियोक्ता को 3.75% और कर्मचारी को ESI के लिए 0.75% वेतन का योगदान करना चाहिए।



The existing wage limit for coverage under the Act effective from 01/01/2017 is Rs.21,000/- per month [Rs. 25,000/- per month in the case of persons with disability].

More Details click

List of hospital click 

on Friday 1 November 2019 | | A comment?

एक साथ इतने सारे लोग का वशीकरण?


हिप्नोटिज्म आज दुनिया में सारे के सारे लोग हिप्नोटाइज है उनकी जो सोचने लगती है जो उनकी है  पर हकीकत में उनकी नहीं है आज आपके मन में जो भी ख्याल हैं आप जो भी सोचते हैं जिस चीज के बारे में भी सोचते हैं दरअसल वो आपकी सोच नहीं है वह कुछ चुनिंदा लोगों की सोच है जो आपके दिमाग में डाली गई है जैसे आज आप जो भी कर रहे हैं कभी आपने उसके बचपन में कल्पना भी की थी नहीं दरअसल आप उसे जानते तक नहीं थे फिर आज अचानक कैसे तो यह जो काम आज आप कर रहे हैं आपके मां-बाप की आपके रिश्तेदारी आपका समाज इन सब लोगों ने मिलकर आपके दिमाग में  सोच डाली जब आप छोटे थे तभी आपको हिप्नोटाइज किया जा रहा तभी आपके दिमाग में सोच रहा ली जा रही थी कि बड़े हो कर कमाना है काम करना है पैसे लाने हैं क्या करना है क्या नहीं करना है तो आपकी सोच तो कभी विकसित हुई नहीं यह तो आज जो आपके दिमाग में भी है वह सब समाज या फिर पुराने लोग के समय समय के हिसाब से जिन जिन लोगों ने अपने विचार धाराओं का आगे बढ़ाया ही उनकी सोच है
आज हम धर्म के आधार पर  बटे हुए  पर सच में यह किसने बताया कि तुम्हारा धर्म क्या है कि तुम्हारी जाति क्या है आपके मां  बाप ने और समाज में और उनको किसने बताया उनके मां-बाप और उनके समाज में और यही सिलसिला पीढ़ी दर पीढ़ी चला रहा है हकीकत तो किसी को कुछ पता ही नहीं है ना  ! छोटा बच्चा जब पैदा होता है तब उसे कुछ पता नहीं होता है एक तरह से एक ब्लैंक नोटबुक जैसा होता है  एक बिना छपे हुए कागज के जैसे और आपको जो लिख देते हैं उसके हिसाब से उसकी तकदीर जाकर में उसकी जाति सब कुछ निर्धारित होती है उस पर लिखे गए अच्छे शब्दों से धर्म ग्रंथ पुस्तक लिखे गए बुरे शब्दों से बुरी चीजें या कुछ भी बना देते हैं

हम लोग ऐसे हैं कि हमने जानवरों तक को  हिप्नोटाइज कर लिया  जानवरों के हमने पालतू बना लिया उनको हमने हिप्नोटाइज कर लिया वह जंगल में रहते थे उन्होंने घर के लायक बना लिया
 सर हम यह नहीं जानते हम कर किसके कहने पर रहे हैं हम बस भीड़ की तरह भीड़ में चलते रहते हैं कोई फर्क नहीं पड़ता है क्यों है क्यों जानने की आदत नहीं है हमें बस फॉलो करते रहो चाहे राजनीति हो चाहे  न्यूज़ मीडिया जो हमें देखा है बस उस पर विश्वास करते रहो जानने की कोशिश मत करना कि ऐसा क्यों है

हम लोग ऐसे हैं कि हमने जानवरों तक को  हिप्नोटाइज कर लिया  जानवरों के हमने पालतू बना लिया उनको हमने हिप्नोटाइज कर लिया वह जंगल में रहते थे उन्होंने घर के लायक बना लिया
 सर हम यह नहीं जानते हम कर किसके कहने पर रहे हैं हम बस भीड़ की तरह भीड़ में चलते रहते हैं कोई फर्क नहीं पड़ता है क्यों है क्यों जानने की आदत नहीं है हमें बस फॉलो करते रहो चाहे राजनीति हो चाहे  न्यूज़ मीडिया जो हमें देखा है बस उस पर विश्वास करते रहो जानने की कोशिश मत करना कि ऐसा क्यों है यह

 भगवान किसी एक की कल्पना थी चित्र आज हम देखते हैं यह भी किसी की कल्पना  थी पर आज हकीकत  जैसा है

on Tuesday 29 October 2019 | | A comment?

What is Human ???

प्रकृति ने हमें बनाया सबको बनाया हमारी मां की तरह बिल्कुल  हमारा ध्यान रखती है सपने बहुत सारे बेटों को जन्म दिया जैसे कि इंसान जीव जंतु वृक्ष नदियां पहाड़ सब कुछ अब उसके बेटे ही हैं

 उसने अपने बड़े बेटे यानी इंसान को समझदार बनाया उसे शक्ति दी शक्ति मतलब सोचने समझने की बुद्धिमानी की  ताकि वह बड़े बेटे की तरह सबका ध्यान रखें सब को संतुलित रखें सारे छोटे भाइयों का ध्यान रखें पर

 बड़ा बेटा नालायक निकला और उसने अपनी शक्ति का गलत इस्तेमाल किया मैं बाकी सारे बेटों को अपने इस्तेमाल के लिए अपने हिसाब से बदल दिया किसके जिम्मेदारी थी बाकी सब को अच्छी तरह रखें उसने क्या किया पेड़ों को काट दिया  जीवो पर अत्याचार किए आज भी कर रहा है 

 मां सब देख रही थी जैसे उसका बड़ा बेटा उसका अपना ना  हो

 पर फिर भी इंसान नहीं रुका उसने मां के शरीर के टुकड़े कर लिए  और उन टुकड़ों  का नाम देश रखा गया करीब करीब 252 टुकड़े किए गए उससे भी ज्यादा तब भी उसका मन नहीं भरा फिर उन टुकड़ों के अंदर उसने खुद अपने ही इंसानों को धर्म के हिसाब से बांटा जाति में बांटा

 अभी रोका नहीं था पैसा अपने चलन के लिए बनाई था चीजों के लेनदेन के लिए साधन विकसित किया था मुद्रा उसने उसके हिसाब से भी खुद को बांट दिया अमीर और गरीब और हम कहते हैं कि आज हमने विकास कर लिया हम कितने   विकसित हो चुके हैं मैं तो यही बात सोच कर  डरता हूं अब तक का विकास ऐसा रहा  तो आगे क्या होगा

on Saturday 26 October 2019 | | 3 comments

how convert failure to success??

सफलता असफलता एक बात से निर्धारित होती है कि आपने कितनी बार प्रयास किया अगर आपको सफलता चाहिए तो आपको एक छोटी सी  माननी होगी

  वह कई बार प्रयास करते हैं कुछ लोग पांच बार कुछ लोग छह बार कुछ लोग 7 बार या कुछ लोगों से भी ज्यादा बार प्रयास करते हैं पर वे सफल नहीं हो पाते मैं तो यह कहता हूं कि एक बात निश्चित है हजार  रास्तों में से एक रास्ता सफलता का होता है अब जब यह मानते हैं कि हजार में से एक प्रयास सफल प्रयास होगा तो बस आपको इतना करना है कि 999 प्रयास को जल्दी से खत्म करना है बिना हताश हुए

 एक उदाहरण से समझते कुछ इस प्रकार ताश के  52 पत्तों में से आपको एक हुकुम का इक्का चुनना हो बिना देखे तो आप एक पत्ता उठाएंगे और आपको नाकाम ही हासिल होगी हो सकता है बहुत कम चांस है कि आपको कामयाबी मिल जाए पर जब बात जिंदगी की आती है तो आप सारे 52 पत्ते उठाइए ना किसने मना किया आपको 52 में से एक पत्ता तो हुकुम का इक्का है जिसे आप को ढूंढना है उठाइए सारे पत्ते

कई बार लोग दुखी हो जाते हैं जब लगातार जल्दी-जल्दी नाकामयाब होते हैं पर उन्हें तब खुश होना चाहिए  क्योंकि तब  वह नाकामयाब नहीं बल्कि इतनी तेजी से कामयाबी की ओर बढ़ते हैं  उनके साथ एक अच्छी बात होती है  के जो ना कामयाबी के रास्ते हैं वह जल्दी-जल्दी क्लोज होते चले जाते हैं

on Friday 25 October 2019 | | A comment?

Employment or ram temple ! Real Point ?

रोजगार बहुत ही चिंता का विषय पर लोगों को लगता है सामान्य विषय कोई इस पर इतना ज्यादा खास ध्यान नहीं देता उम्मीद करता हूं लोग से राम मंदिर या  हिंदू मुस्लिम वाले मुद्दे से ज्यादा ध्यान दे तो अच्छी बात होगी

 पिछले कुछ समय पहले रेलवे में 90 हजार भर्तियां निकली जिसमें करीब 3 करोड लोग आवेदक थे चयन तो केवल 90000 का ही हुआ बाकी लोगों को कुछ नहीं तो कुछ लोगों का मानना यह है इन लोगों का चयन हो गया जो उसके लायक थे बाकी बचे उसके लायक नहीं थे की कहने का मतलब शिक्षित नहीं थे

कुछ आंकड़ों से समझते हैं 3 करोड़ का 90000 यानी कि 0.3  प्रतिशत लोगों को रोजगार मिला बाकी बचे 99.67%  लोगों को रोजगार नहीं मिला लोगों के हिसाब से  बाकी बचे लोग जिनको रोजगार नहीं मिला  कम समझदार या कम पढ़े लिखे लोग थे तो फिर इनके नाकामयाब होने के पीछे जिम्मेदार कौन था स्कूल कॉलेज  जहां से इन्होंने शिक्षा ली अब वो स्कूल और कॉलेज हर साल अपना रिजल्ट 97% , 99% 95%  दिखाते हैं  पर सरकारी रिजल्ट के हिसाब से तो 99.67%  लोग तो कम शिक्षित या कम पढ़े लिखे लोग थे फिर गोलमाल कैसा है कुछ समझ नहीं आ रहा स्कूल वाले कहते हैं कि हमारे 90%  बच्चे शिक्षित है फिर वो ही बच्चे जब गवर्नमेंट की किसी एग्जाम में रिजल्ट लाते हैं गवर्नमेंट कहती है कि 99.67%  बच्चा अशिक्षित है

on Wednesday 23 October 2019 | | A comment?